सफर में धुप तो होगी जो चल सको तो चलो
सभी हैं भीड़ में जो तुम निकल सको तो चलो
किसी के वास्ते राहे नहीं बदलती हैं
जो तुम खुद को बदल सको तो चलो
यहाँ किसी को कोई रास्ता नहीं देता
जो मुझे गिराकर संभल सको तो चलो
यही है ज़िन्दगी।
सभी हैं भीड़ में जो तुम निकल सको तो चलो
किसी के वास्ते राहे नहीं बदलती हैं
जो तुम खुद को बदल सको तो चलो
यहाँ किसी को कोई रास्ता नहीं देता
जो मुझे गिराकर संभल सको तो चलो
यही है ज़िन्दगी।
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