चतुर गीदड़ों की कायरता, अहिंसा का झूंठा मंत्र बनी।
गीता के मंत्र पढ़े आधे ,जनता वैचारिक परतंत्र बनी ।।
याद करो केशव की गीता , जिसने सारा भेद सिखाया ।
धर्मार्थ शत्रु का शीश कुचलना , सत्य धर्म सन्मार्ग बताया ।।

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