सलमान और हिरन जब आमने सामने थे तब जज साहब के हिसाब से कुछ ऐसा हुआ होगा ..
नोटों की गड्डी दिखी , समझ गया उत्थान |
भाव बिहल अति हिरन था , पा पद रज सलमान ||
भाव बिहल अति हिरन था , पा पद रज सलमान ||
ब्रह्मा ने भी कहा था , आएंगे सुल्तान |
हुवा धन्य पा दरश को , त्याग दिए निज प्रान ||
हुवा धन्य पा दरश को , त्याग दिए निज प्रान ||
--जनार्दन पाण्डेय "प्रचंड"
जज साहब का फैसला ..
वन्य जीव भी झेलते , अवसादों की पीर |
इसीलिए उस हिरन ने , उर में ले ली तीर ||
इसीलिए उस हिरन ने , उर में ले ली तीर ||
आत्मा रहती अमर है, कहता गीता सार |
आखिर सल्लू अमर को , कैसे सकते मार ||
आखिर सल्लू अमर को , कैसे सकते मार ||
--जनार्दन पाण्डेय "प्रचंड"
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