मेरी भीगी-भीगी सी  पलकों पे रह गए जैसे मेरे सपने बिखर के.
जले मन तेरा भी  किसी के मिलन  को, अनामिका तू  भी तरसे..

मेरी भीगी-भीगी सी...

तुझे बिन जाने, बिन पहचाने मैंने ह्रदय से लगाया..... -२
पर मेरे प्यार के बदले में तूने मुझको ये दिन दिखलाया..

जैसे बिरहा की ऋतु मैंने काटी.
तड़प के आहें भर-भर के....
जले मन तेरा भी  किसी के मिलन  को
अनामिका तू  भी तरसे..

आग से नाता,... नारी  से रिश्ता ..... 

आग से नाता,... नारी  से रिश्ता ..... 
काहे मन समझ ना पाया..... -२ 

मुझे क्या हुआ था एक बेवफा पे, हाय मुझे क्यू प्यार आया..... 

तेरी बेवफाई पे हांसे जग सारा, गली-गली गुज़रे जिधर से...... 
जले मन तेरा भी  किसी के मिलन  को, अनामिका तू  भी तरसे....... 

मेरी भीगी-भीगी सी... 

मेरी भीगी-भीगी सी  पलकों पे रह गए जैसे मेरे सपने बिखर के.
जले मन तेरा भी  किसी के मिलन  को, अनामिका तू  भी तरसे......


मेरी भीगी-भीगी सी....

गायक - किशोर कुमार, फिल्म- अनामिका. 


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